युवावस्था - एक अमूल्य निधि ...
कैसे करें यौवन का सदुपयोग ?
उन्नति का सुयोग, यौवन का सदुपयोग आत्मनिष्ठ महापुरुष बड़े विलक्षण होते हैं । उनको कोई बात जँच जाती है तो...
सबसे श्रेष्ठ संपत्तिः चरित्र
सबसे श्रेष्ठ संपत्तिः चरित्र चरित्र मानव की श्रेष्ठ संपत्ति है, दुनिया की समस्त संपदाओं में महान संपदा है । पंचभूतों...
यौवन का मूल क्या है ?
यौवन का मूल : संयम-सदाचार चाय-कॉफी की जगह ऋतु के अनुकूल फलों का सेवन अच्छा स्वास्थ्य-लाभ तो देता ही है,...
कौन है हर समय आपके साथ…
स्वयं को अकेला मत समझो हे विद्यार्थी ! ईश्वर की असीम शक्ति तेरे साथ जुड़ी है । तू कभी अपने...
ये दो सूत्र अपना लो बस…
वंदनीय युवावस्था बाहर का जीवन भले सीधा-सादा हो लेकिन जिसने यौवनकाल में अपने यौवन की सुरक्षा की है, वह चाहे...
भारतीय मनोविज्ञान कितना यथार्थ
भारतीय मनोविज्ञान कितना यथार्थ आज के बड़े बड़े डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक भारत के ऋषि-मुनियों की ब्रह्मचर्य-विषयक विचारधारा का, उनकी खोज...
क्या है सफल व महान बनने की कुंजी ?
सफल व महान बनने की कुंजीः संयम हे नौजवानो ! जीवन की नींव है संयम-सदाचार । संयम नहीं तो फिर...
स्वामी बनो…गुलाम नहीं
हे युवान ! गुलाम नहीं स्वामी बनो मैकाले कहा करता थाः “यदि इस देश को हमेशा के लिए गुलाम बनाना...
क्या ब्रह्मचर्य पालन सरल है ?
ब्रह्मचर्य का पालन क्यों और कैसे ? वास्तव में ‘ब्रह्मचर्य’ शब्द का अर्थ हैः ‘ब्रह्म के स्वरूप में विचरण करना...
ब्रह्मचर्य रक्षा मंत्र
ब्रह्मचर्य रक्षा हेतु मंत्र एक कटोरी दूध में निहारते हुए इस मंत्र का इक्कीस बार जप करें । तदपश्चात उस दूध को...
ब्रह्मचर्य-सहायक प्राणायाम
ब्रह्मचर्य-सहायक प्राणायाम कई लोग ब्रह्मचर्य पालना चाहते हैं और उसके लिए औषधियाँ व दवाइयाँ ले-लेकर थक जाते हैं लेकिन ब्रह्मचर्य...