WHAT THEY SAY
बड़े - बड़े अपराधियों को जमानत , लेकिन सनातन धर्म की नींव को मजबूत करने वाले संत श्री आशारामजी बापू को जमानत क्यों नहीं ? न्यायप्रणाली में ऐसा पक्षपात क्यों ? निर्दोष बापू जी को रिहा करो ।

सुनीता बहन
बैतूल, मध्यप्रदेश
राष्ट्रहित का कार्य करनेवाले पूज्य संत श्री आशारामजी को आखिर कब तक प्रताड़ित किया जाएगा ? जेल जाने के बाद उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट भी आयी है, जिसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए उनकी ८४ वर्ष की उम्र को देखते हुए विशेष देखरेख में उनकी चिकित्सा करना अत्यंत अनिवार्य बन गया है । अत:हम प्रशासन व न्यायप्रणाली से मांग करते हैं कि उनको शीघ्र ही ससम्मान रिहा किया जाय ।

राखी बहन
कोटा, राजस्थान
ब्रह्मज्ञानी संत श्री आशारामजी बापू को ७.५ वर्षों से जोधपुर कारावास में रखा हुआ है । आजादी के बाद सबसे ज्यादा अगर किसी को सताया गया होगा तो बापूजी ही है । बापूजी को किस बात की सजा दी जा रही है ? न्यायप्रणाली के लिए बेहद शर्म की बात है कि आज ८४ वर्षीय संत को न्याय नहीं दे रही । हम निवेदन करते हैं कि अब अन्याय के इस खेल को बंद करो और बापूजी को रिहा करो ।

नीता बहन
धुलिया, महाराष्ट्र
आखिर कब सुनेगी सरकार हमारी पुकार ? कब हम बापूजी के सत्संग का फिर से लाभ ले सकेंगें ? पिछले ७.५ वर्षों से बापूजी को जोधपुर कारावास में बंद रखा गया है | इतने वर्षों से कभी ज्ञापन सौंपकर, कभी धरना प्रदर्शन आदि करके बापूजी की रिहाई की मांग की जा रही है | अब तो बापूजी का स्वास्थ्य इतना बिगड गया है , फिर भी इतना अन्याय ? सरकार हमारी इस माँग को क्यूँ नजरअंदाज कर रही है ? अब सरकार को इन सवालों का जवाब देना होगा और ब्रह्मज्ञानी संत को रिहा करना होगा ।

डॉ जयम्मा
धुलिया, महाराष्ट्र
अब तो सच में अन्याय की हद हो गयी | बापूजी को बेल, पेरोल न देना एक घिनौना षड्यंत्र है | पत्रकारों, नेताओं को रिहा किया जाता है पर बापूजी को पेरोल तक नहीं | एक हिंदूवादी संगठन होने के नाते हम न्यायप्रणाली के इस फैसले की कड़ी निंदा करते है | हमारी बस एक ही मांग है कि बापूजी को रिहा किया जाये |

नीता बहन
फुलबाणी, ओडिशा
भारत देश के लिए बड़ी शर्मनाक बात है कि एक 85 वर्षीय संत को इतना परेशान किया जा रहा है । बापूजी का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है पर कानून, प्रशासन किसी को भी ये दिखाई नहीं दे रहा । बस करो अन्याय का यह गन्दा खेल । बापूजी की सम्मान सहित रिहा करो ।

पलक बहन
उज्जैन, मध्यप्रदेश
धर्म की गंगा बहाने, भारतीय संस्कृति को अखंड व अक्षय बनाने में बापूजी की अहम भूमिका रही है |कभी ज्ञापन देकर, कभी धरना प्रदर्शन करके प्रशासन के सामने हमने कई बार उनकी रिहाई की मांग भी की है पर कोई सकारात्मक परिणाम देखने को नहीं मिले हैं | हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि बापूजी को जल्द से जल्द रिहा किया जाये |

श्रेया बहन
कोटा, राजस्थान
हमारे पूज्य बापूजी जिन्होंने संस्कृति की रक्षा के लिए न जाने कितने अनगिनत कार्य किये , जो हमारे देश की संस्कृति को दूसरे देशों में लेकर गये , ऐसे संत पर कीचड़ उछाला गया, हमारे लिए डूब मरने जैसी बात है और तो और अब उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को भी नजरअंदाज किया जा रहा है | यह तो अन्याय कि हद हो गयी | हम बहनें पिछले कई वर्षों से एक ही मांग कर रही हैं , बापूजी को रिहा करो , क्यों यह मांग सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रही हैं ? या फिर कहा जाये कि पहुंच तो रही है पर नजरअंदाज किया जा रहा है |

अश्विनी बहन
संभाजीनगर (औरंगाबाद), महाराष्ट्र
ब्रह्मज्ञानी संत श्री आशारामजी बापू को क्यों रिहा नहीं किया जा रहा ? इसका मुख्यतः एक ही कारण है कि बापूजी एक हिंदू संत है क्योंकि आज तक ऐसा घोर अन्याय किसी ओर के साथ होते हमने तो नहीं देखा । बापूजी 11 प्राणघातक बीमारियों से ग्रस्त है, कोरोना महामारी से संक्रमित हैं । यह जानते हुए भी उनको जमानत, पेरोल नहीं दी जा रही है । यह षड्यंत्र नहीं है तो ओर क्या है ? हम बहनों की एक ही मांग है कि बापूजी को जल्द से जल्द रिहा किया जाए ।

जयाशिला बहन
कर्नाटक
अब सरकार को हम महिलाओं के सवालों का जवाब देना होगा | बापूजी के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए भी क्यों उनको रिहा नहीं गया ? हम पिछले कई वर्षों से बापूजी की रिहाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंप रहे हैं , क्यों उस पर कार्यवाही नहीं की जा रही ? क्यों एक हिंदू संत के ऊपर इतना अत्याचार किया जा रहा है ? # बापूजी को रिहा करो |

कमलिनी बहन
बलांगीर, ओडिशा